सुदेश महतो ने कहा कि राज्य के संसाधनों को व्यक्तिगत संपत्ति बनाने के लिए झारखंड की जनता ने जनादेश नहीं दिया था। झूठ और लूट की बुनियाद पर चल रही सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि जनता सारे वादे का हिसाब करेगी जबकि एक जिम्मेदार विपक्षी पार्टी होने के नाते आजस
सुदेश महतो ने कहा कि राज्य के संसाधनों को व्यक्तिगत संपत्ति बनाने के लिए झारखंड की जनता ने जनादेश नहीं दिया था। झूठ और लूट की बुनियाद पर चल रही सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि जनता सारे वादे का हिसाब करेगी जबकि एक जिम्मेदार विपक्षी पार्टी होने के नाते आजस
सुदेश महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के नेतृत्व में चल रही महागठबंधन की सरकार पिछड़े, दलितों, आदिवासियों के हितों को लेकर अक्सर प्रतिबद्धता जाहिर करती रही है और चुनाव से पहले सत्तारूढ़ दलों ने नौकरी, रोजगार एवं आरक्षण को लेकर कई वाद
उन्होंने कहा कि लगभग 60 सालों के त्याग, बलिदान, तपस्या और अनगिनत शहादतों के बाद झारखंड राज्य का निर्माण हुआ लेकिन, झारखंड आंदोलन एवं आंदोलनकारियों के बारे में बहुत कम लिखा और पढ़ा गया। यह हमारा दायित्व है कि अपने गौरवशाली इतिहास को हमारी आने वाली पीढ़ियों
देश की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने पर द्रौपदी मुर्मू जी को शुभकामनाएं देते हुए झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष श्री सुदेश कुमार महतो ने कहा कि "यह पूरे भारतवर्ष के लिए अद्भुत, अद्वितीय तथा अविस्मरणीय क्षण है। देश
सुदेश महतो द्वारा आजसू की कमान संभालने के बाद से झारखंड में युवाओं के राजनैतिक विचारों को अच्छा मंच मिला। यही वजह है कि आजसू पार्टी में युवा कार्यकर्ताओं की संख्या सर्वाधिक है। सुदेश महतो ने बतौर आजसू केंद्रीय अध्यक्ष राजनीतिक सुचिता स्थापित की। उन
आजसू पार्टी के प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत न कहा कि झारखंड कोई स्वाभाविक राज्य नहीं बल्कि हर गांव, हर कस्बे से निकलकर हर झारखंडी ने एक लंबी लड़ाई लड़कर इसे हासिल किया है। आजसू का झारखंड आंदोलन को खड़ा करने एवं परिणाम देने तक का एक लंबा एवं गौरवशाली इतिहास रहा है
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर आजसू पार्टी द्वारा 14 अप्रैल को होने वाला जेल भरो आंदोलन अब आजसू पार्टी के संकल्प दिवस यानी 22 जून को होगा। ज्ञात हो कि आजसू पार्टी ने सात-सूत्री मांगों को लेकर बाबा साहेब की जयंती पर जेल भरो आंदोलन करने का निर्णय लिया था,
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर आजसू पार्टी द्वारा 14 अप्रैल को होने वाला जेल भरो आंदोलन अब आजसू पार्टी के संकल्प दिवस यानी 22 जून को होगा। ज्ञात हो कि आजसू पार्टी ने सात-सूत्री मांगों को लेकर बाबा साहेब की जयंती पर जेल भरो आंदोलन करने का निर्णय लिया था,
आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष और झारखंड सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि झारखंड में होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर सरकार सामाजिक न्याय और विचारों को तिलांजलि दे दी है। पिछड़ा आरक्षण तय किए बिना पंचायत चुनाव कराने की बात कहना झार
विधानसभा बजट सत्र के दौरान सोमवार को एक अलग ही नजारा देखने को मिला। आजसू अध्यक्ष सुदेश महतो सदन के अंदर हेलमेट पहनकर आये। जब उनसे पूछा गया कि वह यह हेलमेट पहन कर क्यों आयें है तो उन्होंने बताया कि उनका यह अंदाज सरकार की उस व्यवस्था के खिलाफ है,
आजसू पार्टी ने प्रेस वार्ता कर सिलसिलेवार ढंग से हेमंत सरकार पर कई आरोप लगाये हैं। आजसू का आरोप है कि पार्टी द्वारा 7 मार्च को विधानसभा घेराव कार्यक्रम को रोकने तथा दबाने के लिए हेमंत सरकार ने सारे तंत्र लगा दिए हैं। आरोप लगाया है कि सीएम के इशारे पर झारख